मुंगावली । कृषि उपज मंडी में लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रहीं हैं और इसी के चलते गुरुवार को अपनी फसल बेचने आने वाले किसानों ने सुवह से ही मुंगावली कुरबाई मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। जिससे वाहनों की लंबी लंबी कतारे मंडी गेट के सामने से सड़क पर दोनों ओर लग गई। इस दौरान कई राहगीर परेशान होते रहे, लेकिन सूचना देने के बाद भी मंडी समिति के कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नजर नही आये। और लगभग एक डेढ घंटे बाद पुलिस ने पहुंचकर गुस्साए किसानों को समझाया और रास्ता साफ कराया। इस दौरान पुलिस व मंडी के लेखापाल सुरेंद्र श्रीवास्तव ने किसानों को आश्वासन दिया कि आगे से किसानों को टोकन देकर ही मंडी के अंदर प्रवेश दिया जाएगा।
क्या है पूरा मामला
इस पूरे मामले में देखा जाए तो मंडी प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट दिखाई देती है क्योंकि फसल आते ही मंडी में बड़ी संख्या में किसान मंडी पहुंचते हैं तो यहां कर्मचारियों को गेट व अंदर मौजूद रहना चाहिए साथ ही किसानों को प्रवेश पर्ची भी वितरित की जाना चाहिए लेकिन यहां सुबह से न तो कर्मचारी रहते हैं और न ही प्रवेश पर्ची या टोकन वितरित किए जाते हैं।
किसानों ने सुनाई अपनी परेशानी
इस तरह सुबह से ही किसानों द्वारा चक्काजाम कटने के बारे में किसानों से पूंछा गया तो कृषक नहार सिंह निवासी रिछा ने बताया कि ट्रैक्टर ट्राली आडी लगाई जाती है मंडी का कोई कर्मचारी नहीं रहता है और वाहन सीधे करने की कहने पर किसानों को गालियां सुनना पड़ती हैं। वहीं राजकुमार यादव चाचूखेडा का कहना था कि ट्रैक्टर लाइन से नहीं लग रहे और बाद में आकर किसान पहले लाइन में लग जाते हैं । जिसका कारण है कि यहां कोई देखरेख नहीं है।
दो जगह से संचालन बना समस्या
देखा जाए तो यहां एक समस्या और सामने आई है कि मंडी व्यवस्था दो भवनों से संचालित हो रही है और कार्यालय का संचालन नवीन कृषि मंडी से किया जा रहा है वहीं डांक का कार्य पुरानी मंडी में किया जा रहा है। इसलिए जिम्मेदार अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए कि नवीन मंडी मैं ही डाक व्यवस्था चालू कराएं जिससे कि एक जगह से न केवल संचालन किया जा सके बल्कि किसानों को वाहनों को लगाने में भी इस तरह परेशानी का सामना न करना पड़े।
इनका कहना है
किसानों के गुस्सा होने की जानकारी है इसके लिए मंडी सचिव को व्यवस्था सुधारने के लिए निर्देशित किया गया है साथ ही टोकन तुरंत चालू करने को भी कहा है।
यूसी मेहरा, प्रभारी एसडीएम व प्रशासक मंडी समिति