चंडीगढ़. कोरोनावायरस की जांच अब पीजीआई में ही होगी। संदिग्ध मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पीजीआई ने स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिख कर चंडीगढ़ में ही सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को अनुमति दे दी। अभी तक संदिग्ध मरीजों की जांच एम्स दिल्ली में की जाती थी जिसकी रिपोर्ट आने में 24 घंटे का वक्त लगा जाता था।
दवा दुकानों पर छापेमारी
मास्क और सेनिटाइजर की कालाबाजारी को रोकने के लिए बनाई गई टीमों ने शनिवार को करीब दो दर्जन जगहों पर छापेमारी की। एसडीएम ईस्ट सुधांशु गौतम ने टीम के साथ मनीमाजरा में डिस्ट्रीब्यूटर्स के यहां चेकिंग की। उन्होंने जेके सर्जिकल, रेनम एंटरप्राइजेज, सेनराई इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित इन डिस्ट्रीब्यूटर के यहां चेकिंग की। यहां पर एन-95 मास्क आते हैं।
इंसानियत के नाते कालाबाजारी न करें
एसडीएम ने कहा कि इंसानियत के नाते, कालाबाजारी न करें। टीम को सूचना मिली है कि कुछ डिस्ट्रीब्यूटर कालाबाजारी कर रहे हैं। हालांकि, जिनके यहां चेकिंग हुई वहां पर कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई। एसडीएम साउथ ने सेक्टर-36,37, 42, 38 अटावा में करीब दो दर्जन केमिस्ट शॉप्स पर छापेमारी की। यहां पर एक भी केमिस्ट शॉप पर मास्क या सेनिटाइजर बेचने का बिल नहीं मिला। यहां तक की जहां से माल आया वहां के बिल भी नहीं मिले।
चालान काटे गए
ड्रग इंस्पेक्टर जसबीर सिंह ने बताया कि सभी के चालान काट दिए गए हैं। एसडीएम साउथ एसके जैन ने बताया कि ज्यादातर केमिस्ट शॉप पर सेल परचेज के बिल नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में गड़बड़ी की आशंका साफ दिख रही है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन और हेल्थ डिपार्टमेंट को भेजी जा रही है। जिनके चालान काटे गए हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। छापेमारी के लिए पहुंची टीम को देखकर कुछ केमिस्ट शॉप्स के संचालकों ने दुकानों के शटर गिरा दिए।